दिल्ली। राजधानी दिल्ली के जगतपुर गाँव में एक बड़ी कार्रवाई में अधिकारियों ने नकली टूथपेस्ट और ENO के पाउचों का विशाल स्टॉक बरामद किया है। यह ठिकाना नकली उत्पादों का एक प्रमुख गोदाम साबित हो रहा है, जहाँ से करोड़ों रुपए के जाली सामान बाजार में बेचे जा रहे थे।
क्या बरामद हुआ?
छापेमारी के दौरान, अधिकारियों को बड़ी मात्रा में नकली क्लोजअप टूथपेस्ट और ENO फल साल्ट के पाउच मिले। ये नकली उत्पाद देखने में एकदम असली लगते थे, लेकिन इनमें इस्तेमाल होने वाले केमिकल स्वास्थ्य के लिए बेहद खतरनाक हैं। ऐसा माना जा रहा है कि यह गिरोह लंबे समय से दिल्ली-एनसीआर की दुकानों में यह जहर बेच रहा था।
सवाल: सरकार कहाँ सो रही थी?
इस पूरे मामले ने एक बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है। आखिर यह गिरोह इतने बड़े पैमाने पर यह illegal कारोबार कैसे चला पा रहा था? क्या हमारी जांच एजेंसियों को इसकी भनक तक नहीं थी? लोगों का सवाल है कि जब ऐसे छोटे-छोटे ठिकानों पर नकली सामान बन रहा है, तो केंद्र सरकार की नजरें कहाँ थीं? लोगों के स्वास्थ्य के साथ इस तरह का खिलवाड़ बिना किसी बड़े संरक्षण के संभव नहीं लगता।
लोगों के स्वास्थ्य से खिलवाड़
डॉक्टरों का कहना है कि नकली टूथपेस्ट और ENO का इस्तेमाल गंभीर बीमारियों को न्यौता दे सकता है। इनमें मिलाए जाने वाले हानिकारक केमिकल्स पेट खराब करने से लेकर कैंसर जैसी घातक बीमारी का कारण भी बन सकते हैं। यह सीधे-सीधे जनता के जीवन से खिलवाड़ है।
मांग: NSA लगे, सख्त कार्रवाई हो
आम जनता और सामाजिक कार्यकर्ताओं की तरफ से मांग उठ रही है कि ऐसे मामलों में आरोपियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए। सिर्फ पुलिस केस दर्ज करना काफी नहीं है। लोगों की मांग है कि ऐसे अपराधियों पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (NSA) जैसी कड़ी धाराएं लगाई जाएं। जनता के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ करने वालों को कोई रियायत नहीं मिलनी चाहिए।
क्या हो आगे का रास्ता?
इस घटना ने नकली उत्पादों के बढ़ते कारोबार पर एक बार फिर चिंता बढ़ा दी है। जरूरत इस बात की है कि सरकार नकली सामान बनाने और बेचने वालों के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाए। साथ ही, बाजार में निगरानी तंत्र को और मजबूत करना होगा, ताकि आम आदमी तक नकली और खराब चीजें पहुँचने से रोकी जा सकें। अब जनता सिर्फ वादों से संतुष्ट नहीं होगी, उसे जमीनी स्तर पर कार्रवाई देखनी चाहिए।



