
स्लीपर बस में आग लगना एक भयावह हादसा है। ऐसी आपात स्थिति में ड्राइवर और कंडक्टर की समझदारी और त्वरित कार्यवाही यात्रियों की जान बचा सकती है। यहां 10 जरूरी टिप्स दिए गए हैं:
1. तुरंत बस रोकें: ड्राइवर को तुरंत गाड़ी को सड़क के किनारे या सुरक्षित जगह पर रोकना चाहिए। इंजन बंद कर दें।
2. शांति बनाए रखें: ड्राइवर और कंडक्टर को खुद शांत रहना चाहिए और यात्रियों को शांत करना चाहिए। भगदड़ से स्थिति बिगड़ सकती है।
3. बस के सभी दरवाजे खोल दें: कंडक्टर को तुरंत बस के मुख्य दरवाजे और इमरजेंसी एक्जिट को खोल देना चाहिए ताकि यात्री तेजी से बाहर निकल सकें।
4. आग बुझाने का प्रयास करें: अगर आग छोटे स्तर पर है, तो ड्राइवर और कंडक्टर को बस में लगी फायर एक्स्टिंग्विशर का इस्तेमाल करके आग बुझाने की कोशिश करनी चाहिए।
5. यात्रियों को बाहर निकालें: कंडक्टर को यात्रियों को जल्दी और सुरक्षित तरीके से बस से बाहर निकालने में मदद करनी चाहिए। बुजुर्गों और बच्चों को प्राथमिकता दें।
6. इमरजेंसी नंबर पर कॉल करें: ड्राइवर को तुरंत फायर ब्रिगेड (101) और पुलिस (100) को कॉल करके स्थिति की जानकारी देनी चाहिए।
7. मदद के लिए चिल्लाएं नहीं: कंडक्टर को स्पष्ट और दृढ़ आवाज में यात्रियों को निर्देश देना चाहिए। “शांत रहें” और “बाहर निकलें” जैसे निर्देश दोहराएं।
8. बस से सुरक्षित दूरी बनाएं: सभी यात्रियों और स्टाफ को बस से कम से कम 100 मीटर की दूरी पर जाना चाहिए, क्योंकि वाहन में विस्फोट का खतरा हो सकता है।
9. फर्स्ट एड दें: अगर किसी यात्री को जलन या चोट लगी है, तो बेसिक फर्स्ट एड देने की कोशिश करें।
10. बिजली की आपूर्ति काटें: अगर संभव हो, तो बस की बैटरी को डिस्कनेक्ट कर दें। इससे शॉर्ट सर्किट और आग के फैलने का खतरा कम हो जाता है।
याद रखें, ऐसी स्थिति में सबसे जरूरी है अफरातफरी न फैलने देना और तेजी से सुरक्षित स्थान पर पहुंचना। थोड़ी सी सूझबूझ और तैयारी कई लोगों की जान बचा सकती है।



