पंजाब सरकार ने “यूनिवर्सल हेल्थ इंश्योरेंस” योजना लॉन्च की है, जिसके तहत हर परिवार को साल में 10 लाख रुपये तक का मुफ्त इलाज मुहैया कराया जाएगा। इस योजना की शुरुआत पहले चरण में तਰਨतारन और बरनाला जिलों से की जा रही है।
योजना की मुख्य बातें
1. प्रारंभिक जिलों में रोल-आउट
तर्नतारन और बरनाला जिलों में कल से इस योजना के तहत हर जिले में 128 कैंप लगाए जाएंगे।
2. कौन-कौन पात्र होंगे
लोगों को योजना में शामिल होने के लिए वोटर आईडी, आधार कार्ड और पासपोर्ट की प्रतिलिपि देनी होगी और पंजीकरण फॉर्म भरना होगा। इसके बाद उन्हें “सेहत कार्ड” जारी होगा।
3. सार्वजनिक और निजी दोनों अस्पताल शामिल
योजना के तहत सरकारी अस्पतालों के साथ-साथ लगभग 500 निजी अस्पताल भी शामिल किए गए हैं, जहाँ बीमा धारकों को कैशलेस इलाज मिल सकेगा।
4. क्या मिलेगा मुफ्त
किसी भी साल में, परिवार चाहे किसी भी संख्या का हो, कुल मिलाकर 2,000 बीमारियों के इलाज पर यह लाभ मिलेगा। बीमारी का प्रकार या संख्या देखें बिना, कुल खर्च 10 लाख रुपये तक मुफ्त होगा।
5. स्वास्थ्य सुविधाएँ बढ़ाना
मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा है कि “आम आदमी क्लिनिक” की संख्या जो अभी 881 है, उसे 1,000 तक बढ़ाया जाएगा।
लाभ और चुनौतियाँ
लाभ
गरीब और मध्यम वर्ग के लोग जिनके लिए बड़े अस्पतालों में खर्च की चिंता होती है, उन्हें राहत मिलेगी।
अस्पतालों के बीच स्वास्थ्य सुविधाएँ अधिक समान होंगी।
निजी अस्पतालों को भी इस योजना में शामिल करना इलाज की पहुँच बढ़ाएगा।
चुनौतियाँ
पंजीकरण प्रक्रिया में दस्तावेज़-सम्बंधित अड़चनें हो सकती हैं, विशेषकर ग्रामीण इलाकों में।
निजी अस्पतालों की संख्या 500 है, लेकिन उनको गुणवत्ता और सेवा-शर्तों पर नियंत्रण करना होगा।
योजना के सफल क्रियान्वयन के लिए पर्याप्त बजट, अस्पतालों की तैयारियाँ, स्टाफ़ एवं जन-संपर्क आवश्यक है।
मुख्यमंत्री की बात
मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा है कि यह योजना “हर परिवार के लिए” होगी और सबको इसका लाभ मिले, चाहे कितने भी सदस्य परिवार में हों। उन्होंने यह भी कहा कि किसी भी साल में लगभग 2,000 तरह की बीमारियों का इलाज शामिल है।
अगर चाहो, तो मैं इस योजना का असर-विश्लेषण भी लिख सकता हूँ किस तरह यह किसानों, मजदूरों या ग्रामीण इलाकों में रहने वालों को फायदा देगा, और किन बातों का ध्यान रखना चाहिए। करना चाहिए




