जयपुर, 3 नवंबर 2025:ग्लोबल न्यूज़ इंडिया कुलविंदर सिंह
जयपुर से आगरा जा रही उत्तर प्रदेश रोडवेज की एक बस सोमवार सुबह भीषण सड़क हादसे का शिकार हो गई। यह दुर्घटना राष्ट्रीय राजमार्ग-21 पर उस वक्त हुई जब बस ने अचानक सामने आ रहे ट्रक को टक्कर मार दी। हादसे में करीब 28 यात्री घायल हो गए हैं, जिनमें से 8 की हालत गंभीर बताई जा रही है। सभी घायलों को नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
घटना सुबह लगभग 6 बजे की बताई जा रही है। बस जयपुर से आगरा के लिए रवाना हुई थी और दौसा जिले के पास महुआ के नजदीक यह हादसा हुआ। बस में सवार यात्री जयपुर, भरतपुर और आगरा के रहने वाले थे। बताया जा रहा है कि तेज गति और घने कोहरे के कारण चालक को सामने आ रहे ट्रक का अंदाजा नहीं लग पाया और बस ट्रक के पिछले हिस्से से जा टकराई। टक्कर इतनी जोरदार थी कि बस का अगला हिस्सा बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया।
हादसे के बाद मौके पर चीख-पुकार मच गई। स्थानीय लोगों ने तुरंत पुलिस और एंबुलेंस को सूचना दी। कुछ ही देर में महुआ थाना पुलिस मौके पर पहुंची और राहत कार्य शुरू किया गया। पुलिस और स्थानीय लोगों ने मिलकर बस के शीशे तोड़कर अंदर फंसे यात्रियों को बाहर निकाला। करीब 15 यात्रियों को मामूली चोटें आई हैं, जबकि 10 को मध्यम चोटें और 8 की हालत नाजुक बताई जा रही है।
घायलों को पहले महुआ के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में प्राथमिक उपचार दिया गया, उसके बाद गंभीर रूप से घायल यात्रियों को अलवर और जयपुर के एसएमएस अस्पताल रेफर किया गया। अस्पताल प्रशासन ने बताया कि घायलों को समय पर इलाज मिल रहा है और डॉक्टरों की टीम लगातार उनकी देखभाल कर रही है।
बस के ड्राइवर और कंडक्टर को भी चोटें आई हैं। पुलिस ने दोनों से पूछताछ शुरू कर दी है। प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि हादसे के वक्त बस की रफ्तार अधिक थी और सड़क पर हल्का कोहरा छाया हुआ था। ट्रक सड़क किनारे धीरे चल रहा था, जिसे बस चालक ने देर से देखा और ब्रेक लगाने का मौका नहीं मिला।
पुलिस ने ट्रक चालक को भी हिरासत में लिया है ताकि यह पता लगाया जा सके कि कहीं ट्रक सड़क के बीच तो नहीं रुका था। फिलहाल दोनों वाहनों को सड़क से हटाकर यातायात बहाल कर दिया गया है। हादसे के बाद करीब एक घंटे तक हाईवे पर लंबा जाम लग गया था, जिसे अब खोल दिया गया है।
उत्तर प्रदेश परिवहन निगम के अधिकारियों ने इस घटना पर दुख जताया है। विभाग ने हादसे की जांच के आदेश दे दिए हैं। निगम के क्षेत्रीय प्रबंधक ने कहा, “हमारे लिए यात्रियों की सुरक्षा सर्वोपरि है। हादसे के कारणों की विस्तृत जांच की जा रही है। दोषी पाए जाने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।”
दुर्घटना की सूचना मिलते ही कई यात्रियों के परिजन जयपुर और महुआ के अस्पतालों में पहुंचने लगे। घायलों में कुछ महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं। पुलिस ने यात्रियों की सूची तैयार कर उनके परिवारों को सूचना दे दी है।
स्थानीय प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, हादसे के बाद बस में अफरा-तफरी मच गई थी। कुछ लोग अपनी सीटों पर फंसे रह गए थे जिन्हें स्थानीय लोगों ने बाहर निकाला। एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि “बस तेज रफ्तार में थी और अचानक सामने ट्रक दिखा, चालक कुछ समझ पाता इससे पहले ही टक्कर हो गई।”
फिलहाल पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और दोनों वाहनों की तकनीकी जांच करवाई जा रही है। ट्रैफिक विभाग ने यात्रियों और चालकों से अपील की है कि सुबह के समय यात्रा करते हुए कोहरे और धुंध में सावधानी बरतें, गति सीमा का पालन करें और वाहन चलाते समय पूरी एकाग्रता रखें।
यह हादसा एक बार फिर यह सवाल खड़ा करता है कि सड़क सुरक्षा नियमों का पालन न करने की कीमत आम लोगों को अपनी जान देकर चुकानी पड़ती है। सरकार और परिवहन विभाग को चाहिए कि सड़कों पर निगरानी बढ़ाई जाए और नियमित रूप से बस चालकों के लिए सुरक्षा प्रशिक्षण आयोजित किए जाएं।
हादसे के बाद पूरे क्षेत्र में दुख और चिंता का माहौल है। प्रशासन ने घायलों के इलाज और राहत कार्यों पर नजर रखी हुई है। उम्मीद की जा रही है कि जांच रिपोर्ट आने के बाद इस दुर्घटना के असली कारणों का खुलासा हो जाएगा।



