वैश्विक समाचार भारत कुलविंदर सिंह
दिल्ली में यातायात व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए पुलिस ने हाल के दिनों में सख्ती बढ़ा दी है। रात के समय होने वाले ट्रैफिक नियमों के उल्लंघन को रोकने के लिए की जा रही जांच में एक बड़ी कार्रवाई सामने आई है। इसी क्रम में ट्रैफिक पुलिस ने एक ही रात में करीब 100 बसों का चालान किया और ₹2.72 लाख का जुर्माना वसूल किया।यह कार्रवाई उन बस चालकों के खिलाफ की गई जो रात के समय नियमों की धज्जियाँ उड़ा रहे थे। पुलिस ने बताया कि कई बसें तेज रफ्तार में थीं, कुछ बिना फिटनेस सर्टिफिकेट के चल रही थीं और कई बसों के पास आवश्यक परमिट नहीं थे। इसके अलावा, कई ड्राइवरों के पास वैध लाइसेंस नहीं पाए गए।इस अभियान के दौरान पुलिस ने रात्रि चेकिंग ड्राइव को विशेष रूप से बस अड्डों, प्रमुख चौराहों और हाइवे पर केंद्रित किया। ट्रैफिक अधिकारियों ने बताया कि यह अभियान रात 10 बजे से लेकर सुबह 4 बजे तक चला। पुलिस टीम ने दिल्ली-गुड़गांव एक्सप्रेसवे, धौला कुआं, आनंद विहार और मुकरबा चौक जैसी जगहों पर निगरानी रखी। एकत्र किए गए डेटा के अनुसार, सिर्फ 6 घंटे में 100 बसों का चालान किया गया, जिनसे कुल ₹2.72 लाख का जुर्माना वसूला गया।पुलिस अधिकारियों का कहना है कि इस अभियान का उद्देश्य केवल जुर्माना वसूलना नहीं है, बल्कि आम जनता की सुरक्षा सुनिश्चित करना है। रात के समय कई बसें ओवरलोड होती हैं, जिससे न केवल यात्रियों की जान खतरे में पड़ती है बल्कि अन्य वाहनों के लिए भी खतरा बढ़ जाता है। यातायात विभाग ने यह भी बताया कि आगे आने वाले हफ्तों में और भी सख्त अभियान चलाए जाएंगे ताकि कोई भी वाहन मालिक या चालक नियमों का उल्लंघन करने की हिम्मत न करे।ट्रैफिक पुलिस ने राजधानीवासियों से अपील की है कि वे सड़क सुरक्षा नियमों का पालन करें। सीट बेल्ट लगाने, हेलमेट पहनने और ओवरस्पीडिंग से बचने जैसी बातें सभी यात्रियों के लिए जरूरी हैं। पुलिस के अनुसार, हाल के महीनों में चालान और जुर्माने की संख्या में तेज वृद्धि हुई है। रोजाना औसतन हजारों चालान काटे जा रहे हैं, और सरकार सख्ती से यातायात अनुशासन बनाए रखने की दिशा में काम कर रही है।ट्रैफिक विभाग के अधिकारियों का कहना है कि कैमरा आधारित निगरानी व्यवस्था से अब कार्रवाई और भी तेज और पारदर्शी हो गई है। जगह-जगह लगाई गई स्मार्ट ट्रैफिक कैमरा सिस्टम 24 घंटे हर वाहन की गतिविधि पर नज़र रखती है। जिसके चलते नियमों का उल्लंघन करने वाले वाहनों की पहचान तुरंत हो जाती है और चालान स्वतः जारी कर दिए जाते हैं।सड़क सुरक्षा विशेषज्ञों का मानना है कि ऐसे अभियान आम जनता में अनुशासन लाने में काफी प्रभावी साबित हो सकते हैं। अगर लोग जुर्माने के डर से नहीं, बल्कि सुरक्षा की समझ से नियमों का पालन करें तो सड़क हादसों की संख्या काफी कम हो सकती है।यातायात विभाग ने स्पष्ट किया है कि आने वाले दिनों में इस तरह की चेकिंग और अभियान निरंतर जारी रहेंगे। सरकार और पुलिस का मकसद साफ है — सड़कें सुरक्षित हों, ट्रैफिक सुचारु चले और कोई भी चालक नियमों से ऊपर न समझे।



