Global News India Kulwinder Singh नई दिल्ली। इराक से हाल ही में लौटी एक भारतीय महिला ने अपने साथ हुए दर्दनाक अनुभव का खुलासा किया है। उसने बताया कि वहां उसे बंधक बनाकर अमानवीय अत्याचार झेलने पड़े। महिला ने दावा किया है कि करीब 25 और भारतीय महिलाएं अब भी इराक में फंसी हुई हैं और मदद की पुकार लगा रही हैं। इस खुलासे ने सरकार और समाज दोनों को झकझोर कर रख दिया है।धोखे से पहुंची इराकमहिला ने बताया कि वह किसी रोजगार एजेंट के झांसे में आकर इराक गई थी। एजेंट ने उसे अच्छी नौकरी और ऊंची सैलरी का लालच दिया था, लेकिन वहां पहुंचते ही हकीकत कुछ और निकली। कहा गया था कि काम घरेलू नौकरानी का होगा, लेकिन वहां उसे एक घर में बंद कर दिया गया। पासपोर्ट छीन लिया गया और बाहर जाने की पूरी मनाही कर दी गई।रोजाना होती थी पिटाईमहिला ने बताया कि मालिक उसे तब तक पीटते रहते जब तक लकड़ी की छड़ी टूट न जाए। बचने की कोशिश करने पर भी उसकी बात नहीं सुनी जाती थी। कई बार उसे भूखा रखा गया और काम का बोझ इतना था कि रात-रात भर नींद तक नहीं मिल पाती थी। उसने कहा — “मैंने सोचा था शायद कभी लौट नहीं पाऊंगी, रोज मौत जैसी जिंदगी जी रही थी।”वीडियो बनाकर मांगी मददवहां से निकलना आसान नहीं था। लेकिन एक दिन मौका देखकर उसने मोबाइल पर एक वीडियो रिकॉर्ड किया और भारत के एक NGO को भेज दिया। वीडियो में उसने अपनी हालत बताई और मदद की गुहार लगाई। यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ और फिर विदेश मंत्रालय तक मामला पहुंचा। सरकार ने तुरंत कार्रवाई करते हुए महिला को इराक से सुरक्षित वापस लाने की व्यवस्था की।25 और महिलाएं अब भी फंसीइराक से लौटी इस महिला ने बताया कि उसके साथ और भी कई भारतीय महिलाएं वहां फंसी हैं। वह कहती है कि करीब 25 महिलाएं अब भी उसी तरह की कैद में हैं। वे सभी मदद की आस में दिन काट रही हैं। कुछ बिहार, झारखंड, उत्तर प्रदेश और आंध्र प्रदेश जैसे राज्यों की हैं। उसने कहा, “मेरी वापसी तो हो गई, लेकिन बाकी अब भी खामोश चीखें हैं, जिन्हें घर आने की उम्मीद है।”सरकार की जांच शुरूविदेश मंत्रालय ने इस मामले में जांच के आदेश दिए हैं। मंत्रालय के अधिकारियों के अनुसार, एजेंटों और अवैध रूप से महिलाओं को विदेश भेजने वाले गिरोहों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। सरकार ने कहा कि यदि किसी भारतीय की विदेश में परेशानी की सूचना मिलती है तो तत्काल मदद पहुंचाई जाएगी।परिवार के आंसू और राहतमहिला के घर लौटने पर परिवार के लोगों की आंखों में खुशी और दर्द दोनों दिखे। मां ने कहा कि उन्होंने बेटी के जिंदा लौट आने की उम्मीद छोड़ दी थी। पिता ने सरकार और NGO का आभार जताया जिनकी वजह से उनकी बेटी सही-सलामत घर पहुंच सकी।मानव तस्करी का बड़ा जालयह मामला फिर से भारत में मानव तस्करी के गंभीर नेटवर्क की तरफ इशारा करता है। गरीब परिवारों की महिलाओं को रोजगार के नाम पर झांसा देकर खाड़ी देशों में भेजा जा रहा है, जहां उन्हें घरेलू नौकरानी, बेबीसिटर या केयरटेकर्स के रूप में बेचा जाता है। इन देशों में उनकी स्थिति बेहद दयनीय होती है।सरकार ने दी चेतावनीविदेश मंत्रालय ने लोगों से अपील की है कि वे रोजगार के लिए विदेश जाने से पहले एजेंट की पूरी जांच करें और केवल लाइसेंसी एजेंसियों से ही प्रक्रिया पूरी करें। साथ ही कहा गया है कि किसी भी संदिग्ध गतिविधि की जानकारी तुरंत स्थानीय पुलिस और मंत्रालय के हेल्पलाइन नंबर पर दें।सोशल मीडिया पर उठी लहरमहिला की कहानी सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही है। लोगों ने शासन से अनुरोध किया है कि जो महिलाएं अब भी वहां फंसी हैं, उन्हें जल्द से जल्द वापस लाया जाए। कई सामाजिक संगठनों ने इस मामले को लेकर केंद्र सरकार से सख्त कदम उठाने की मांग की है।
मुझे पीटते रहे जब तक नहीं टूटी छड़ी, इराक से लौटी महिला ने सुनाई दर्दनाक दास्तां
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